Chacha Chaudhary And The Great Kidnapping
प्राण कुमार शर्मा: भारतीय कॉमिक्स की दुनिया के शिल्पकार
प्राण कुमार शर्मा, जिन्हें दुनिया भर में प्राण के नाम से जाना जाता है, भारतीय कॉमिक्स के सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय कार्टूनिस्टों में से एक थे। उन्होंने भारतीय कॉमिक्स जगत को एक नई पहचान दी और ऐसे पात्रों की रचना की जो आज भी बच्चों और वयस्कों के बीच बेहद प्रसिद्ध हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
प्राण कुमार शर्मा का जन्म 15 अगस्त, 1938 को पंजाब के कसूर नामक एक छोटे से कस्बे में हुआ था। यह कस्बा वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है। प्राण का बचपन अन्य आम बच्चों की तरह ही बीता, लेकिन उनका रुझान बचपन से ही कला और चित्रकारी की ओर था।
एक रोचक किस्सा यह है कि बचपन में उन्होंने सब्जी के एक लिफाफे पर बने कार्टून को देखा, जिससे उन्हें कार्टून बनाने की प्रेरणा मिली। इसके बाद, उनके विद्यालय के एक ड्राइंग शिक्षक ने उनके अंदर छुपी प्रतिभा को पहचाना। यह शिक्षक अपने हुनर के लिए मशहूर थे, भले ही उनके पास एक अंगूठा नहीं था, फिर भी वे सुंदर चित्र बनाते थे। यही चीज प्राण को बहुत प्रेरित करती थी।
प्राण ने अपनी कला शिक्षा मुंबई के प्रतिष्ठित सर जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स से प्राप्त की। उन्होंने विशेष योग्यता द्वारा डिग्री प्राप्त की, लेकिन इसके बावजूद उन्हें किसी विद्यालय में ड्राइंग अध्यापक की नौकरी नहीं मिली। यही वह मोड़ था, जब उन्होंने कार्टून बनाने को अपना करियर बनाने का निर्णय लिया।
कैरियर की शुरुआत
1960 के दशक में प्राण ने एक पेशेवर कार्टूनिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। शुरू में उन्होंने दिल्ली के अखबार ‘मिलाप’ के लिए काम किया। इसके बाद, उन्होंने ब्लिट्ज और इंडियन एक्सप्रेस जैसे बड़े समाचार पत्रों के लिए भी चित्रकारी की। लेकिन उन्हें असली पहचान तब मिली, जब उन्होंने अपनी खुद की कॉमिक बुक सीरीज़ की शुरुआत की।
चाचा चौधरी: भारत के सबसे प्रिय कॉमिक किरदार की रचना
प्राण को सबसे अधिक प्रसिद्धि ‘चाचा चौधरी’ के रचयिता के रूप में मिली। चाचा चौधरी, लाल पगड़ी पहने, सफेद मूंछों वाले एक समझदार बुजुर्ग हैं, जिनकी बुद्धि कंप्यूटर से भी तेज़ चलती है।
“चाचा चौधरी का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है” — यह वाक्य हर भारतीय पाठक के मन में बस गया।
इस पात्र को इतना पसंद किया गया कि यह भारत के हर घर में लोकप्रिय हो गया। चाचा चौधरी की कहानियाँ विभिन्न भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने लगीं, जिससे वह पूरे देश में प्रसिद्ध हो गए।
अन्य प्रसिद्ध पात्र और कॉमिक्स
चाचा चौधरी के अलावा, प्राण ने कई अन्य यादगार पात्र भी बनाए, जो भारतीय कॉमिक्स संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन गए। इनमें प्रमुख हैं:
- बिल्लू: एक मज़ेदार, नटखट लड़का, जो अपने दोस्तों और कुत्ते के साथ मस्ती करता रहता है।
- पिंकी: एक चुलबुली और मासूम लड़की, जिसकी शरारतें बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय रहीं।
- श्रीमतीजी: एक समझदार गृहिणी, जो अपने मज़बूत व्यक्तित्व के कारण काफी पसंद की गईं।
भारतीय कॉमिक्स में योगदान और सम्मान
प्राण ने भारत में कॉमिक्स की दुनिया को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उनके बनाए गए पात्र केवल मनोरंजन के लिए नहीं थे, बल्कि उन्होंने समाज को हास्य, बुद्धिमत्ता और जीवन की सच्चाइयों से भी अवगत कराया।
उनके इस अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें 1999 में भारत सरकार द्वारा ‘पद्म श्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने वाले पहले भारतीय कार्टूनिस्ट थे।
प्राण का निजी जीवन और विचारधारा
प्राण के जीवन से जुड़े कुछ खास पहलू भी काफी रोचक हैं:
- वह भगवान में विश्वास नहीं रखते थे, लेकिन मानवता में उनका अटूट विश्वास था।
- वह मंदिर या किसी धार्मिक स्थल पर कभी नहीं गए, क्योंकि उनका मानना था कि सच्ची पूजा दूसरों की सेवा और अच्छे काम करने में है।
- उन्हें अपनी माँ के हाथ की बनी करारी और बढ़िया पकी हुई रोटी बहुत पसंद थी।
- उनके सात भाई-बहन थे, और वह अपने परिवार के बहुत करीब थे।
- वह दोपहर में सिर्फ आधे घंटे की झपकी लेते थे और फिर पूरे जोश से काम में लग जाते थे।
उनकी विरासत और प्रभाव
प्राण के बनाए गए पात्र आज भी भारतीय कॉमिक्स की दुनिया में जीवित हैं। उनकी कहानियाँ पीढ़ी दर पीढ़ी पढ़ी जाती रही हैं और आज भी बच्चों तथा वयस्कों को समान रूप से आनंदित करती हैं।
उनकी कार्टून श्रृंखलाएँ भारत के विभिन्न समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में सप्ताह दर सप्ताह लगातार प्रकाशित होती रहीं, जिससे वह भारतीय कॉमिक्स के सबसे सक्रिय और प्रभावशाली कार्टूनिस्ट बन गए।
प्राण ने अपने जीवन में 20 से अधिक प्रसिद्ध कॉमिक किरदार बनाए, जो उनके अद्वितीय योगदान का प्रमाण हैं।
निधन और यादें
प्राण कुमार शर्मा का निधन 6 अगस्त, 2014 को हुआ, लेकिन उनकी विरासत आज भी जीवित है।
उनके बनाए किरदार चाचा चौधरी, बिल्लू, पिंकी और श्रीमतीजी आने वाली पीढ़ियों को हंसाते और प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने भारत में कॉमिक्स की दुनिया को जो नया आयाम दिया, उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं मिलती।
प्राण हमेशा भारतीय इतिहास के सबसे प्रिय और सम्मानित कार्टूनिस्टों में गिने जाएंगे।